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मानसिक बीमारी (Mental Illness)


वर्ष 2018 का समय था। उस समय मेरी उम्र लगभग बारह वर्ष के आसपास थी। ठंड का मौसम था। एक दिन सुबह के समय मेरी नींद खुल गई। नींद खुलने के बाद मैंने सोचा। थोड़ा मोबाईल चलाया जाए। वह मोबाईल मेरे बड़े भाई का था। जो 3जी नेटवर्क पर चलता था। ठंड का दिन होने के कारण बाहर का दृश्य रात जैसा ही था। मैंने मोबाईल उठाया और गद्दे को ओढ़कर एम.एक्स. प्लेयर पर ऑनलाईन बिग बॉस का एक अश्लील वीडियों देखा। उसके उसी प्रकार के वीडियोज खोजने लगा। कुछ दिनों बाद मैं गूगल से अश्लील वीडियोज देखने लगा। अकेले या रात के समय में उन वीडियोज को‌‌ देखता रहता। धीरे-धीरे मुझे उन वीडियोज की लत सी लग गई। में मानसिक रूपी बीमारी की ओर बढ़ रहा था। कुछ सप्ताह बीत गए। अब में उदास सा रहने लगा था। कुछ करने का मन नहीं करता था। किसी लड़की, औरत या बूढ़ी को देखता तो मैं उसके बारे में अश्लील बातें सोचने लगता। जब में विद्यालय में प्रार्थना करता तो प्रार्थना समाप्त होने के बाद भी कुछ समय तक वहीं पर खड़ा रहता। फिर पिछे से‌ मेरा दोस्त मुझे हिलाता तो में जैसे होश में आ जाता। कभी कबार में घर में गुमसुम सा बेठा रहता। परिवारवालें सोचते यह लोगों के बुरी नजर से ग्रसित तो नहीं। इसलिए वह मुझे कई तांत्रिकों से झाड़-फूक कराते। परंतु कुछ असर नहीं। परिवार के लोग मुझसे पूछते क्या हुआ? क्या हो रहा है? परंतु में कुछ कह‌ नहीं पाता। एक दिन बड़े भाई ने गुस्से में आकर मुझे डांट दिया तो में रोने लगा। एक दिन पिता जी मुझे बोकारो में स्थित एक आस्पताल ले गये। जहां पर डॉक्टर सिर से जुड़ी बीमारियों का इलाज करते थे। शाम के समय डॉक्टर आने वाले थे। काफी देर तक हम बैठे रहे। हमलोग किराये की गाड़ी में आये हुए थे। दो ही गाड़ी हमारे गाँव जाती थी। एक गाड़ी जा चुकी थी। दूसरी गाड़ी जानी बाकि थी। कुछ समय बाद पिताजी को पता चला कि गाड़ी जाने वाली है। गाड़ी छूटने के डर से हमलोग डॉक्टर को दिखायें बिना घर वापस चले आये। उस समय में मोटा था। इसलिए सबने सोचा। यह मोटापे का कारण हो सकता है। इसलिए अब पिताजी मुझे रोजाना सुबह के समय दौड़ लगाने ले जाने लगे। कुछ दिनों पहले मैंने अश्लील वीडियोज देखना छोड़ दिया था। में टी.वी. और मोबाईल में अच्छी-अच्छी वीडियोज और मुवीज देखने लगा। सुबह के समय दौड़ने, ताजी हवा खाने और प्राकृति के बीच जाने लगा। पेड़-पौधें उगाने लगा। धीरे-धीरे में इस बीमारी से उभरने लगा। मानसिक रूपी बीमारी से उभरने में मुझे कई महीनें लग गए। आज में खुश और स्वस्थ हुं। जब भी मुझे खुश होने या हंसने का मौका मिलता है। तब में खुश और हंस लेता हुं। क्योंकि कल हो न हो।

लघु कहानीकार
पंकज मोदक 

It was the time of 2018. At that time I was about twelve years old. It was cold weather. One day in the morning I woke up. I thought after waking up. Use a mobile phone a little bit. That mobile was my elder brother's. Which used to run on 3G network. As it was a cold day, the view outside was like night. I picked up the mobile and covered the mattress and m.x. Watched a porn video of Big Boss online on player. Started searching for similar videos of him. After a few days I started watching porn videos from Google. He used to watch those videos alone or in the night time. Slowly I got addicted to those videos. I was moving towards mental illness. A few weeks passed. Now I was starting to feel sad. Didn't want to do anything. If I saw any girl, woman or old man, I would start thinking obscene things about her. When I used to pray in the school, I would stand there for some time even after the prayer was over. Then if my friend would shake me from behind, I would have come to my senses. Sometimes he used to sit silently in the house. The family members think that it is not affected by the evil eye of the people. That's why he used to get me scavenged by many tantriks. But no effect. Family members ask me what happened? What is happening? But I can't say anything. One day when my elder brother got angry and scolded me, I started crying. One day my father took me to a hospital in Bokaro. Where doctors used to treat diseases related to the head. The doctor was about to come in the evening. We sat for a long time. We had come in a hired car. Only two vehicles used to go to our village. A car had left. The second car was yet to go. After some time, father came to know that the car was about to leave. For fear of missing the car, we went back home without seeing the doctor. It was fat at that time. That's why everyone thought. This may be the cause of obesity. So now father started taking me for running every morning. A few days ago I stopped watching porn videos. TV in And started watching good videos and movies in mobile. In the morning he started running, eating fresh air and going among the nature. Trees began to grow. Slowly I started recovering from this disease. It took me several months to recover from my mental illness. I am happy and healthy today. Whenever I get a chance to be happy or laugh. Then I am happy and laugh. Because there is no tomorrow. 

Short story writer
Pankaj Modak 

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